हम बात कर रहे हैं बेबी कॉर्न (Baby Corn) की फसल के बारे में। बेबी कॉर्न में ढेर सारे पोषक तत्व मौजूद रहते हैं।
लिहाजा इसकी शहरों में बंपर डिमांड है। फाइव स्टार होटलों, पिज्जा चेन, पास्ता चेन, रेस्टोरेंट आदि में भी बेबी कॉर्न की तगड़ी मांग रहती है।
बेबी कॉर्न की खेती साल भर की जा सकती है। मक्का के अपरिपक्व भुट्टे को बेबी कॉर्न कहते हैं। सिल्क की 1 से 3 सेमी लंबाई वाली अवस्था और सिल्क आने के 1-3 दिनों के अंदर तोड़ा जाता है।
इसकी खेती साल में 3-4 बार कर सकते हैं। फसल को पूरी तरह से तैयार होने में 45 से 50 दिन का समय लगता है। इससे किसानों के लिए यह बड़े फायदे का सौदा हो सकता है।
ऐसे अधिक अपडेट पाने के लिए हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करें -
बेबीकॉर्न की खेती से किसानों को डबल फायदा मिलता है। इसकी फसल निकलने के बाद बाकी बचे पौधों से पशुओं के लिए चारा तैयार किया जा सकता है।
एक एकड़ जमीन में बेबी कॉर्न फसल में 15,000 रुपये का खर्च आता है। जबकि कमाई एक लाख रुपये तक होती है। साल में 4 बार फसल लेकर किसान 4 लाख रुपये तक आसानी से कमा सकते हैं।
अगर आप बड़े लेवल पर खेती करना चाहते हैं और आपको पैसों की दिक्कत आ रही है। ऐसी स्थिति में आप सरकार से किसान लोन ले सकते हैं।