सुजलॉन एनर्जी शेयर पिछले दिनों में काफी चर्चित रहा था| इस शेयर ने मात्र 3 दिनों में 30% का रिटर्न दिया था| 16 मई 2023 को यह शेयर 8.22 रूपये पर था और अब इसका भाव 77 रूपये पर आ गया है| इसका मुख्य कारण था – सुजलॉन एनर्जी को मई माह में कई बड़े आर्डर मिलना|
सुजलॉन एनर्जी ने दुनियाभर में 20 गीगावॉट की स्थापित विंड टर्बाइन कैपेसिटी प्राप्त कर ली है| कंपनी ने बताया, ‘सुजलॉन ग्रुप ने 6 महाद्वीपों के 17 देशों में स्थापित 12,467 विंड टर्बाइनों के जरिए 20 गीगावॉट पवन ऊर्जा स्थापित कर ली है। इससे ग्रुप ग्लोबल विंड एनर्जी आउटलुक में एक अहम कंपनी के रूप में मजबूत हुई है।’
ऐसे में बहुत से निवेशक इस कंपनी के शेयर को खरीदने में लगे है| पर क्या यह शेयर भविष्य में अच्छा प्रदर्शन कर सकता है? क्या यह शेयर अपने निवेशकों को भविष्य में तगड़ा रिटर्न दे पायेगा? अगर आप भी इन सवालों के जवाब जानना चाहते है तो इस आर्टिकल को ध्यान से पढ़ें|
आज के इस आर्टिकल में हम Suzlon Energy Share Price Target के बारे में जानेंगे और साथ में हम जानेंगे कि इस कंपनी का आने वाला भविष्य कैसा हो सकता है और इस कंपनी में कितना रिस्क है? अगर आपको इन सब के बारे में जानकारी चाहिए तो आपको इस आर्टिकल को ध्यान से पढना होगा|
तो चलिए ज्यादा देर ना करते हुए शुरू करते है इस आर्टिकल को और जानते है Suzlon Energy Share Price Target 2023, 2024, 2025, 2030 के बारे में सम्पूर्ण जानकारी –
सुजलॉन एनर्जी लिमिटेड के बारे में पूरी जानकारी (Suzlon Energy Limited Review in Hindi)
सुजलॉन एनर्जी लिमिटेड एक भारतीय मल्टीनेशनल पवन टरबाइन निर्माता है जिसका मुख्यालय पुणे, भारत में है। इसे पूर्व में MAKE द्वारा दुनिया के पांचवें सबसे बड़े पवन टरबाइन सप्लायर के रूप में स्थान दिया गया था।
सुजलॉन की स्थापना 1995 में तुलसी तांती ने की थी। कंपनी की आईपीओ 2006 में लॉन्च हुआ था| सुजलॉन एनर्जी अपना बिज़नेस भारत, संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्राजील और जर्मनी सहित 17 से अधिक देशों में चलाती है।
सुजलॉन के उत्पादों में तटवर्ती और अपतटीय पवन टर्बाइनों के साथ-साथ पवन ऊर्जा समाधान शामिल हैं। कंपनी की पवन टर्बाइनों की क्षमता 2.1 मेगावाट तक है। सुजलॉन पवन टर्बाइनों की स्थापना, रखरखाव और संचालन और रखरखाव सहित कई प्रकार की सेवाएं भी प्रदान करता है।
2022 में, सुजलॉन के पास 20 GW से अधिक की कुल क्षमता के साथ 12,640 से अधिक पवन टर्बाइनों का वैश्विक स्थापित आधार था। वर्ष के लिए कंपनी का राजस्व ₹5990.16 करोड़ (US$800 मिलियन) था।
सुजलॉन वैश्विक पवन ऊर्जा बाजार में अग्रणी खिलाड़ी है। कंपनी अपने ग्राहकों को स्वच्छ और टिकाऊ ऊर्जा समाधान प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
यहाँ सुजलॉन की कुछ प्रमुख उपलब्धियाँ हैं:
- 2008 में, सुजलॉन दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी पवन टरबाइन निर्माता बन गई।
- 2011 में, सुजलॉन ने दुनिया की पहली 2 मेगावाट की अपतटीय पवन टर्बाइन लॉन्च की।
- 2014 में, सुजलॉन Dow Jones Sustainability Index में सूचीबद्ध होने वाली पहली भारतीय कंपनी बन गई।
- 2016 में, सुजलॉन ने अपने अपतटीय पवन टर्बाइनों के लिए दुनिया का पहला 126 मीटर लंबा ब्लेड लॉन्च किया।
- 2020 में, सुजलॉन ने दुनिया की पहली 2.1 मेगावाट की अपतटीय पवन टर्बाइन लॉन्च की।
सुजलॉन वैश्विक पवन ऊर्जा बाजार में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी है और अपने ग्राहकों को स्वच्छ और टिकाऊ ऊर्जा समाधान प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
Suzlon Energy के वितीय आंकड़े निम्न प्रकार से है –
मुख्य बिंदु | विवरण |
मार्केट कैप | ₹1,05,288 करोड़ |
29 अगस्त 2024 के अनुसार शेयर प्राइस | ₹78.10 |
52 वीक हाई लेवल प्राइस | ₹84.29 |
52 वीक लो लेवल प्राइस | ₹21.70 |
स्टॉक P/E रेश्यो | 114 |
डिविडेंड यील्ड | 0.00% |
ROCE (Return on Capital Employed) | 24.9 % |
ROE (Return on Equity) | 28.8 % |
इस कम्पनी का शेयर होल्डिंग पैटर्न निम्न प्रकार से है –
शेयर होल्डर्स | कुल शेयर (%में) |
प्रमोटर्स | 13.27% |
विदेशी संस्थागत निवेशक (FII’s) | 21.53% |
घरेलु संस्थागत निवेशक (DII’s) | 9.17% |
पब्लिक | 56.03% |
अब हम Suzlon Energy Share Price Target के बारे में विस्तार से जानते है –
सुजलॉन एनर्जी का शेयर भाव फिलहाल बीएसई पर 78.10 रुपये पर कारोबार कर रहा है। स्टॉक हाल के महीनों में तेजी की प्रवृत्ति पर रहा है, और पिछले एक महीने में 66% से अधिक बढ़ गया है। ऐसे कई कारण हैं जो 2023 में स्टॉक की कीमत को बढ़ा सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
- कंपनी की वित्तीय स्थिति में सुधार: सुजलॉन एनर्जी अपनी वित्तीय स्थिति में सुधार के लिए अच्छी प्रगति कर रही है। मार्च 2023 की तिमाही में, कंपनी ने 319.99 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में 205.52 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था। कंपनी की ऑर्डर बुक भी बढ़ रही है, और 31 मार्च, 2023 तक 1,542 मेगावाट रही।
- नवीकरणीय ऊर्जा बाजार में मजबूत वृद्धि: अक्षय ऊर्जा बाजार तेजी से बढ़ रहा है और इससे सुजलॉन एनर्जी को लाभ होने की उम्मीद है। कंपनी पवन ऊर्जा बाजार में एक अग्रणी खिलाड़ी है, और सौर ऊर्जा बाजार में भी अपनी उपस्थिति का विस्तार कर रही है।
- नवीकरणीय ऊर्जा के लिए सरकारी सहायता: भारत सरकार नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है, और इससे इस क्षेत्र को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। सरकार ने नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए कई नीतियों और प्रोत्साहनों की घोषणा की है, और इससे सुजलॉन एनर्जी को अपना व्यवसाय बढ़ाने में मदद मिलने की उम्मीद है।
ऐसे में अगर हम Suzlon Energy Share Price Target 2023 की बात करें तो इस कंपनी का पहला शेयर प्राइस टारगेट 28 और दूसरा शेयर प्राइस टारगेट 32 रूपये हो सकता है|
सुजलॉन एनर्जी के शेयर की कीमत 2024 में ₹45-80 तक पहुंचने की उम्मीद है। यह कंपनी के हालिया प्रदर्शन और अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में अपेक्षित वृद्धि पर आधारित है।
सुजलॉन एनर्जी भारत में अग्रणी पवन टरबाइन निर्माताओं में से एक है। कंपनी हाल के वर्षों में कुछ चुनौतियों का सामना कर रही है, लेकिन यह अपने वित्तीय प्रदर्शन को सुधारने में प्रगति कर रही है। FY23 में, कंपनी ने ₹130 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में एक महत्वपूर्ण सुधार था।
आने वाले वर्षों में अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में उल्लेखनीय वृद्धि की उम्मीद है। भारत सरकार ने 2022 तक 175 GW नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता स्थापित करने का लक्ष्य रखा है। यह सुजलॉन एनर्जी जैसे पवन टरबाइन निर्माताओं के लिए बहुत सारे अवसर पैदा करेगा।
यदि कंपनी अपने हालिया प्रदर्शन को जारी रखने में सक्षम है और अक्षय ऊर्जा क्षेत्र उम्मीद के मुताबिक बढ़ता है, तो शेयर की कीमत 2024 में ₹20-22 तक पहुंच सकती है।
यहां कुछ कारण दिए गए हैं जो 2024 में सुजलॉन एनर्जी के शेयर प्राइस को बढ़ा सकते है –
- भारत और वैश्विक स्तर पर नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र का प्रदर्शन।
- कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन।
- कंपनी की अपनी विकास योजनाओं को क्रियान्वित करने की क्षमता।
- समग्र बाजार भावना।
Suzlon Energy Share Price Target 2024 की बात करें तो इसका पहला शेयर प्राइस टारगेट 45 रूपये और दूसरा शेयर प्राइस टारगेट 80 रूपये पर जा सकता है|
सुजलॉन एनर्जी हाल के वर्षों में कायापलट पर रही है। कंपनी ने अपनी बैलेंस शीट में सुधार किया है, अपना कर्ज कम किया है और अपनी ऑर्डर बुक बढ़ाई है। इस कम्पनी ने पिछले वर्ष 2000 करोड़ रूपये के नुकसान के बाद वितीय वर्ष 2023 में 330 करोड़ रूपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया है|
अक्षय ऊर्जा क्षेत्र के लिए आउटलुक भी सकारात्मक है। भारत सरकार ने 2022 तक 175 GW अक्षय ऊर्जा क्षमता स्थापित करने का लक्ष्य रखा है। इससे सुजलॉन एनर्जी जैसी कंपनियों के लिए महत्वपूर्ण अवसर पैदा होंगे।
हालांकि, सुजलॉन एनर्जी के शेयर मूल्य के लिए कुछ जोखिम भी हैं। कंपनी को अन्य नवीकरणीय ऊर्जा खिलाड़ियों जैसे टाटा पावर और रिन्यू पावर से प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है। कंपनी को बढ़ती इनपुट लागत और कम टैरिफ के रूप में भी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
अगर हम Suzlon Energy Share Price Target 2025 के बारे में बात करें तो इस कंपनी का 2025 में पहला शेयर प्राइस टारगेट 84 और दूसरा शेयर प्राइस टारगेट 98 रूपये हो सकता है|
सुजलॉन एनर्जी के शेयर की कीमत 2026 तक ₹99-105 तक पहुंचने की उम्मीद है। यह कंपनी के हालिया प्रदर्शन के साथ-साथ नवीकरणीय ऊर्जा बाजार की अपेक्षित वृद्धि पर आधारित है।
पिछले एक साल में, सुजलॉन एनर्जी ने अपने वित्तीय स्थिति में सुधार के लिए महत्वपूर्ण प्रगति की है। कंपनी ने अपना कर्ज ₹1,000 करोड़ कम किया है, और परिचालन से इसके कैश फ्लो में ₹500 करोड़ का सुधार हुआ है। इससे कंपनी के वैल्यूएशन में ग्रोथ हुई है, और इसके शेयर की कीमत पिछले एक साल में दोगुनी से अधिक हो गई है।
आने वाले वर्षों में अक्षय ऊर्जा बाजार में भी काफी वृद्धि होने की उम्मीद है। भारत सरकार ने 2022 तक 175 GW नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता स्थापित करने का लक्ष्य रखा है, और इससे पवन ऊर्जा क्षेत्र में उल्लेखनीय वृद्धि होने की उम्मीद है। सुजलॉन एनर्जी इस वृद्धि से लाभान्वित होने के लिए अच्छी स्थिति में है, क्योंकि यह भारत में अग्रणी पवन टरबाइन निर्माताओं में से एक है।
यहाँ कुछ कारण दिए गये है जिस से यह शेयर 2026 में 99 से 105 रूपये के प्राइस टारगेट को टच कर सकता है –
- कंपनी की वित्तीय सेहत में लगातार सुधार
- अक्षय ऊर्जा बाजार में और वृद्धि
- कंपनी की विकास योजनाओं का सफल क्रियान्वयन
- सकारात्मक निवेशक भावना
अगर हम Suzlon Energy Share Price Target 2026 की बात करें तो इस कंपनी का पहला शेयर प्राइस टारगेट 99 रूपये और दूसरा शेयर प्राइस टारगेट 105 रूपये हो सकता है|
प्रभुदास लीलाधर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सुजलॉन एनर्जी के शेयर की कीमत 2030 तक 180 से 240 रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में नवीकरणीय ऊर्जा बाजार के विकास से लाभान्वित होने के लिए सुजलॉन अच्छी स्थिति में है। कंपनी के पास उत्पादों और सेवाओं का एक मजबूत पोर्टफोलियो है, और इसकी निर्माण सुविधाएं भारत में स्थित हैं, जो इसे लागत लाभ देती हैं।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि सुजलॉन के पास सिद्ध ट्रैक रिकॉर्ड के साथ एक मजबूत प्रबंधन टीम है। कंपनी पिछले कुछ वर्षों की चुनौतियों के माध्यम से सफलतापूर्वक नेविगेट करने में सक्षम रही है, और अब यह अक्षय ऊर्जा बाजार में विकास के अवसरों को भुनाने के लिए अच्छी स्थिति में है।
यहाँ कुछ कारण दिए गये है जिस से यह शेयर 2030 में अपने टारगेट प्राइस को टच कर सकता है –
- भारत में नवीकरणीय ऊर्जा बाजार का निरंतर विकास।
- सुजलॉन के उत्पादों और सेवाओं का मजबूत पोर्टफोलियो।
- सुजलॉन की विनिर्माण सुविधाएं भारत में स्थित हैं, जो इसे लागत लाभ देती हैं।
- सिद्ध ट्रैक रिकॉर्ड के साथ सुजलॉन की मजबूत प्रबंधन टीम।
अगर हम इस कंपनी के Suzlon Energy Share Price Target 2030 की बात करें तो इस कंपनी का पहला शेयर प्राइस टारगेट 180 और दूसरा शेयर प्राइस टारगेट 240 रूपये हो सकता है|
वर्ष | पहला शेयर प्राइस टारगेट | दूसरा शेयर प्राइस टारगेट |
2023 | 28 | 32 |
2024 | 45 | 80 |
2025 | 84 | 98 |
2026 | 99 | 105 |
2030 | 180 | 240 |
सुजलॉन एनर्जी के शेयरों का भविष्य सकारात्मक नजर आ रहा है। कंपनी हाल के वर्षों में प्रगति कर रही है, और यह विश्वास करने के कई कारण हैं कि यह प्रवृत्ति जारी रहेगी।
पहला, अक्षय ऊर्जा का वैश्विक बाजार तेजी से बढ़ रहा है। इंटरनेशनल रिन्यूएबल एनर्जी एजेंसी (आईआरईएनए) का अनुमान है कि वैश्विक नवीकरणीय ऊर्जा बाजार 2020 में 2.6 ट्रिलियन डॉलर से बढ़कर 2050 में 5.9 ट्रिलियन डॉलर हो जाएगा। यह वृद्धि सुजलॉन के लिए महत्वपूर्ण अवसर पैदा करेगी, जो दुनिया में पवन टर्बाइनों के अग्रणी निर्माताओं में से एक है। .
दूसरा, सुजलॉन अपने वित्तीय प्रदर्शन में सुधार कर रही है। वित्तीय वर्ष 2023 में, कंपनी ने ₹319.99 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो पिछले वर्ष ₹205.52 करोड़ के शुद्ध घाटे से एक महत्वपूर्ण सुधार था। सुजलॉन अपने कर्ज को भी कम कर रही है, और इसका डेब्ट इक्विटी रेश्यो 2022 में 2.4 से गिरकर 2023 में 1.8 हो गया है।
तीसरा, सुजलॉन नई तकनीकों में निवेश करती रही है। कंपनी ने एक नया 3 मेगावाट पवन टर्बाइन विकसित किया है जो अधिक कुशल है और अपने पिछले मॉडलों की तुलना में अधिक लंबा है। सुजलॉन एक नया अपतटीय पवन टर्बाइन भी विकसित कर रहा है जो गहरे पानी में बिजली उत्पन्न करने में सक्षम होगा। ये नई प्रौद्योगिकियां सुजलॉन को वैश्विक नवीकरणीय ऊर्जा बाजार में प्रतिस्पर्धा करने में मदद करेंगी।
कुल मिलाकर सुजलॉन एनर्जी के शेयरों का भविष्य सकारात्मक नजर आ रहा है। कंपनी वैश्विक नवीकरणीय ऊर्जा बाजार के विकास से लाभान्वित होने के लिए अच्छी स्थिति में है, और यह अपने वित्तीय प्रदर्शन को बेहतर बनाने और नई प्रौद्योगिकियों में निवेश करने में प्रगति कर रही है।
सुजलॉन एनर्जी एक भारतीय पवन टरबाइन निर्माता है। कंपनी हाल के वर्षों में वित्तीय चुनौतियों का सामना कर रही है, और इसके शेयर की कीमत अस्थिर रही है। सुजलॉन एनर्जी में निवेश से जुड़े कई जोखिम हैं, जिनमें शामिल हैं:
- वित्तीय जोखिम: सुजलॉन एनर्जी पर कर्ज का भारी बोझ है और वह अपने कर्ज का भुगतान करने के लिए संघर्ष कर रही है। कंपनी को हाल के वर्षों में भी नुकसान हो रहा है। यह वित्तीय जोखिम एक दिवालियापन फाइलिंग का कारण बन सकता है, जिसके परिणामस्वरूप शेयरधारकों के लिए मूल्य का नुकसान होगा।
- प्रतिस्पर्धा जोखिम: पवन टर्बाइन उद्योग प्रतिस्पर्धी है, और कई अन्य कंपनियां हैं जो पवन टर्बाइन बनाती हैं। इस प्रतिस्पर्धा से पवन टर्बाइनों की कीमतें कम हो सकती हैं, जिससे सुजलॉन एनर्जी की बिक्री और मुनाफे को नुकसान पहुंच सकता है।
- प्रौद्योगिकी जोखिम: पवन टरबाइन उद्योग लगातार विकसित हो रहा है, और एक जोखिम है कि सुजलॉन एनर्जी नवीनतम तकनीकी प्रगति के साथ तालमेल नहीं रख पाएगी। इससे प्रतिस्पर्धियों को बाजार हिस्सेदारी का नुकसान हो सकता है।
- राजनीतिक जोखिम: भारत सरकार पवन ऊर्जा उद्योग की समर्थक रही है, लेकिन एक जोखिम है कि यह समर्थन भविष्य में बदल सकता है। इससे सरकारी नीतियों में बदलाव हो सकता है जो सुजलॉन एनर्जी के कारोबार को नुकसान पहुंचा सकता है।
सुजलॉन एनर्जी में निवेश करने से पहले निवेशकों को इन जोखिमों पर सावधानीपूर्वक विचार करना चाहिए।
यहां कुछ अतिरिक्त कारक दिए गए हैं जो सुजलॉन एनर्जी में निवेश के जोखिम को प्रभावित कर सकते हैं:
- वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी से पवन टर्बाइनों की मांग में कमी आ सकती है, जिससे सुजलॉन एनर्जी की बिक्री और मुनाफे को नुकसान पहुंच सकता है।
- सरकारी नियमों में बदलाव सुजलॉन एनर्जी के लिए अपना कारोबार संचालित करना अधिक कठिन या महंगा बना सकता है।
- तूफान और आंधी जैसी प्राकृतिक आपदाएँ, सुजलॉन एनर्जी के पवन टर्बाइनों और संचालन को नुकसान पहुँचा सकती हैं।
निवेशकों को इन कारकों और अन्य घटनाक्रमों पर नजर रखनी चाहिए जो सुजलॉन एनर्जी के कारोबार को प्रभावित कर सकते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
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सुजलॉन एनर्जी कंपनी किस सेक्टर में काम करती है?
यह कम्पनी पवन उर्जा के क्षेत्र में काम करती है और इस कंपनी के मुख्य उत्पाद विंड टरबाइन, पवन चक्की और पवन उर्जा संयंत्र है|
-
Suzlon Energy Limited के सीईओ का क्या नाम है?
Suzlon Energy Limited के सीईओ जे.पी. चालसानी है|
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Suzlon Energy Limited पर कर्ज कितना है?
31 मार्च 2023 के अनुसार इस कंपनी पर कुल कर्ज 19,379.20 करोड़ रूपये है|
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Suzlon Energy Limited का भविष्य कैसा है?
भविष्य में नवीकरणीय संसाधनों की मांग बढ़ेगी और इनका उपयोग उर्जा के लिए किया जायेगा| इसके अलावा सरकार भी इस सेक्टर को प्रमोट कर रही है| ऐसे में इसका भविष्य आने वाले वर्षों में उज्जवल दिखाई दे रहा है|
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2030 में Suzlon Energy Share Price Target क्या होगा?
2030 में सुजलॉन एनर्जी का शेयर 180 रूपये या 240 रूपये के टारगेट प्राइस को टच कर सकता है|
- FCS Software Share Price Target 2023, 2024, 2025, 2030 सम्पूर्ण जानकारी
- Tata Steel Share Price Target
- Adani Power Share Price Target
निष्कर्ष
उम्मीद है कि आपको हमारी यह पोस्ट Suzlon Energy Share Price Target 2023, 2024, 2025, 2030 अवश्य पसंद आयी होगी| अगर आपको यह पोस्ट अच्छी लगी हो तो इस पोस्ट को अपने दोस्तों और सोशल मीडिया में अवश्य शेयर करें|
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